बुरा वक्त आने पे दोस्त भी अजनबी हो जाते हैं बुरा वक्त आने पे दोस्त भी अजनबी हो जाते हैं
इतना गुरूर एक दिन उसका, मृत्यु से जब चूर हुआ, इतना गुरूर एक दिन उसका, मृत्यु से जब चूर हुआ,
सिवाय निराशा के, कुछ नहीं हाथ आएगा कुछ रिश्ते उम्र भर का दर्द देते हैं सिवाय निराशा के, कुछ नहीं हाथ आएगा कुछ रिश्ते उम्र भर का दर्द देते हैं
तेरी महिमा गा के निर्विघ्न गुजरे प्रभु मेरी उम्र सारी तेरी महिमा गा के निर्विघ्न गुजरे प्रभु मेरी उम्र सारी
काम तेरे शहर के अब जंचते ही नहीं.. उम्र भर लगे रहे , उधार भी चढ़ते गए.. काम तेरे शहर के अब जंचते ही नहीं.. उम्र भर लगे रहे , उधार भी चढ़ते गए..
दहलीज के अन्दर ही रह करके लांघनी है दहलीज, रूढ़िवादी प्रथाओं की! दहलीज के अन्दर ही रह करके लांघनी है दहलीज, रूढ़िवादी प्रथाओं की!